मोहे तो प्रभु मिलन की आस,
बार-बार तोहे अरज़ लगाऊं,
कब दर्शन दोगे नाथ,
मोहे तो प्रभु मिलन की आस....
नैना निशदिन बरस रहे,
तेरे दर्श को तरस रहे,
कब आओगे सुखधाम,
मोहे तो प्रभु मिलन की आस.....
विपदा पड़ी मुझ पर भारी,
आन बचाओ कृष्ण मुरारी,
अब तो थाम लो राम,
मोहे तो प्रभु मिलन की आस....
जीवन नैया मेरी डूब रही है,
बीच भंवर है डोल रही है,
मोहे पार लगाओ सुख-धाम,
मोहे तो प्रभु मिलन की आस.....
मनवा तुम बिन लागत नांही,
कहीं भी कल पावत नांही,
आन बसो हृदय-धाम,
मोहे तो प्रभु मिलन की आस.....