ये जो मेहका मेहका सरूर है,
तेरे इश्क़ का प्यारे कसूर है,
तूने हमे भी आशिक़ बना दियां तूने हमे दीवाना बना दियां,
तेरा बांका मुकट तेरी बांकी अदा तूने हमे भी आशिक़ बना दियां,
तूने हमे दीवाना बना दियां
ब्रिज धूल रहे प्राणो से प्यारी लागे,
ब्रिज मंडल माहि वसाये रहो,
रसिको के सु संग में मस्त रहु मेरे नैनो से नैना मिलाये रहो,
ये जो मेहका मेहका सरूर है,
तेरे इश्क़ का प्यारे कसूर है,
नहीं और विषय करो कुछ तो हम यार दृगों से निहारे रहो,
अहोभाग्ये बिहारी यही विनती मेरे नैनो से नैंना मिलाते रहो,
तेरे प्यार ने तेरी चाह ने तेरी तिर्शी तिर्शी निगाह ने मुझे तेरा दीवाना बना दियां,
तेरी याद में रोना सीखा दियां,
ये जो मेहका मेहका सरूर है,
तेरे इश्क़ का प्यारे कसूर है,