ठाकुर प्रियकांत के संग में जाए के खेलूंगी होली,
फागण ते फागण आयो सखीरी खेलूंगी होली,
ठाकुर प्रियकांत के संग में जाए के खेलूंगी होली,
ठपवा जो है रसियां को सब सखियाँ गा रही,
मेरे श्याम सूंदर नंद नंदन के संग ग्वालन की टोली,
ठाकुर प्रियकांत के संग में जाए के खेलूंगी होली,
पेहलो भाग प्रिया कान्त यू खले प्रिया के संग में,
मेरो अंग अंग भिगो भीग गई चुनर हु कोरी,
ठाकुर प्रियकांत के संग में जाए के खेलूंगी होली,
नटवर नागर नंद नंदन ने जादू कर डारो,
मैंने श्याम सखा संग बाँध लई प्रीत की डोरी,
ठाकुर प्रियकांत के संग में जाए के खेलूंगी होली,