राधे राधे.....जय श्री राधे राधे.....
इक दिन मैं चुरा के ले जानी
मेरे मोहना बंसी तेरी वे......
ए जाान पई कढदी मेरी वे।
इक दिन मैं चुरा के ले जानी......
तू मेरे विच मैं तेरे विच ए विच किद्रो आयी
बंसी कारण तेरी मेरी होंदी रोज़ लड़ाई। -2
जींद जान दुखा ने गेरी वे....
ए जाान पई कढदी मेरी वे।
इक दिन मैं चुरा के ले जानी......
जादूगरनी बंसी तेरी जादू कर गयी मेनू
मैं दीवानी होइ मस्तानी मैं आखां पई तेनु -2
दस हूँन की मर्ज़ी तेरी वे....
ए जाान पई कढदी मेरी वे।
इक दिन मैं चुरा के ले जानी......
हर वेले ए बजदी रेहँदी पता नहीं की केहन्दी
राधा राधा कह के मेनू ताने देंदी रेहँदी -2
पाई दास दे वल भी फेरी वे....
ए जाान पई कढदी मेरी वे।
इक दिन मैं चुरा के ले जानी......
मेरे मोहना बंसी तेरी वे......
ए जाान पई कढदी मेरी वे।
इक दिन मैं चुरा के ले जानी............