ओ गोरख तेरे धुनें पे आया,
ओ बाबा जी तेरे धुनें पे आया,
संकट मेरे काटो बाबा दुःख मैं घना पाया,
ओ गोरख तेरे धुनें पे आया,
दिलवा मेरा सारा घुमा बड़ा परेशान है,
लूट गये नाथ मेरे सारे अरमान है,
बाबा मेरे अंतर् यामी तू मेरा भगवान है,
राखो मेरी लाज नाथ जी चिंता ने खाया ,
ओ गोरख तेरे धुनें पे आया,
आस करके आया बाबा तेरे दरबार पे,
इक नजर करो बाबा मेरे परिवार पे,
मने है भरोसा बाबा पूरा तेरे प्यार पे,
संकट के मारो ने बाबा प्यार तेरा पाया,
ओ गोरख तेरे धुनें पे आया,
दिन मेरे फेर बाबा रात मैं गाऊगा ,
वेद प्रकाश शर्मा ने भाव से भुलाऊ गा.
ललित ने प्यार दे दे रॉट भी चढ़ाऊंगा,
राज मेहर तेरा पागल बाबा राजू भी आया,
ओ गोरख तेरे धुनें पे आया,