प्रेम के पनो की अधूरी मैं कहानी हु,
राधा मेरो नाम मैं तो श्याम की दीवानी हु,
दिन मेरा संवारा है रात मेरा संवारा,
हर पल याद आवे मोहे मेरा संवारा,
विरहा में व्याकुल बिताई जिंदगानी हु,
राधा मेरो नाम मैं तो श्याम की दीवानी हु,
मेरे मन को तो मेरो संवारा ही भावे रे ,
नजर मेरा श्याम चाहो और मोहे आवे रे,
पूजा कुलदीप मैं तो दरिया को पानी हु,
राधा मेरो नाम मैं तो श्याम की दीवानी हु,