तेरे दर आन वालेया दी बहड़ी कदे ना अड्डी,
बहड़ी कदे ना अड्डी भाव सागर तरी,
जदो राणा जी ने मीरा जी नु जहर भेज्या,
मीरा अमृत समझ के पी छड़या,
बन गयी बन गयी श्यामा जी ओह ता मिश्री दी डली,
तेरे दर.......
जदो राणा जी ने मीरा जी नु नाग भेज्या,
मीरा हार समझ गाल पा छड़या,
बन गयी बन गयी श्यामा जी ओह ता फुल्लां दी लड़ी,
तेरे दर......
जदो राणा जी ने मीरा जी नु बहार कडया,
मीरा रखया भरोसा दिल नाहियो छड़या,
तुर गयी तुर गयी श्यामा जी ओह वृन्दावन दी गली,
तेरे दर.....