मैं हूँ भक्त तेरा दीवाना भक्ती तेरी करता हु,
सारी दुनिया से कह दूँगा नाम तेरा ही रट ता हु,
मैं हूँ भक्त तेरा दीवाना
तू ही तू है बाबा मेरे दिखे तू ही शाम सवेरे,
शरण में तेरी है जो भी आये बाबा तेरा भक्त बन जाये,
तेरी धुन में मस्त राहु अब तो बिलकुल होश नहीं,
तेरा नशा इक ऐसा नशा है जिस में कोई दोष नहीं ,
अब तो बस मैं श्याम ओ मेरे नाम तेरा ही जपता हु,
मैं हूँ भक्त तेरा दीवाना
संवारा तू है वनवरा मैं हु शीश का दानी कहलाया है तू,
भक्त मैं तेरा तू बाबा मेरा मेरे जीवन को सहारा तेरा,
तेरे हवाले अपना जीवन जब से मैंने कर दिया,
जीरो से हीरो बनाया बिन मांगे है सब दिया,
बीते जीवन तेरी शरण में ये ही विनती मैं करता हु,
मैं हूँ भक्त तेरा दीवाना
भक्ती में तेरी जीवन बिताओ हमेशा यु ही मैं खाटू आउ,
किरपा तू अपनी सदा ही रखना सेवा में यु ही लगाए रखना,
सेवा तेरी जो भी करता उस के तू दुःख हरता,
दर पे तेरे जो आता उसका जीवन तर जाता,
में तो हर दम श्याम ओ मेरे भजन तेरे ही करता हु,
मैं हूँ भक्त तेरा दीवाना