माता का बुलावा आ गया,
चल चलिए चल चलिए ,
मौसम भी सुहाना आ गया,
चल चलिए चल चलिए ,
सच्चा है दरबार करलो मेरा ऐतबार भगतो इस से ज्यदा क्या कहू,
मैं सबको जगाने आ गया चल चलिए चल चलिए,
माँ ओसिया में बेठी है सब चलो चले सब दर्शन को,
मियाँ के चरण में करदो अर्पण अपने जीवन को.
मिलने का मौका आ गया चल चलिए चल चलिए,
सच्चा है दरबार करलो ........
जैकार लगते जाना मियाँ खुश हो जाये गी,
तेरे मन की मुरदे वहा पूरी हो जाये गी,
तेरा भी नंबर आ गया चल चलिए चल चलिए,
सच्चा है दरबार करलो ........
जो माँ का दर्शन पाए वो पाप से मुक्ति पाए,
माँ धन के भरे भंडारे वो जीवन भर सुख पाए,
मैं महिमा बताने आ गया चल चलिए चल चलिए,
सच्चा है दरबार करलो ........