घर में पधारो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो,
चरणधर जाओ माँ संतोषी मेरी घर में पधारो,
घर सिंगाशन धुप सजे है,
नारियल रखा दीप भी जले है
भवना में आओ माँ संतोषी मेरे घर में पधारो,
घर में पधारो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो
भोग चना गुड श्रधा के अर्पित,
मीठे व्यंजन तुझे सम्पर्पित,
किरपा कर जाओ माँ संतोषी, मेरे घर में पधारो,
घर में पधारो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो
सोता गणेश की मित्रु मियाँ,
पुभ्क्तो की ईशा मियां विनती सुन लो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो,
घर में पधारो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो
चरनो मे तेरे शीश झुकाऊ अपना जीवन धन्ये बनाऊ,
भ्ग्ये जगा दो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो,
घर में पधारो माँ संतोषी मेरे घर में पधारो