जय माता की, जय माता की, जय माता की बोल।
हीरा जनम है इसे माटी में ना रोल॥
भोर उठ के पहले ले अम्बे का नाम,
दर्शन को जा फिर जगदम्बे के धाम।
पल पल से काम ले, जीवन अनमोल,
हीरा जनम है इसे माटी में ना रोल॥
दर्शन कर के फिर तू सुमिरन में डूब,
माया जगत है, समझ ले यह खूब।
अंतर में लीन रह, आँखे ना खोल,
हीरा जनम है इसे माटी में ना रोल॥
माँ के प्रताप से है यह जीवन,
देर बिना लेले तू माँ की शरण।
माँ के पग थाम ले जग में ना डोल,
हीरा जनम है इसे माटी में ना रोल॥