गणपति तेरे चरणो की भप्पा तेरे चरणों की पग धूल जो मिल जाए,
सच कहता हु गणपति तकदीर समबल जाए,
सुनते हैं तेरे रहमत दिन रात बरसती हैं,
एक बूँद जो मिल जाए, मन की कलि खिल जाए,
गणपति तेरे चरणो की......
यह मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ,
जितना इसे समझाऊं, उतना ही मचल जाए,
गणपति तेरे चरणो की......
नजरो से गिराना ना, चाहे जो भी सजा देना,
नजरो से जो घिर जाए, मुश्किल ही संभल पाए,
गणपति तेरे चरणो की......
भप्पा इस जीवन की बस एक तम्मना है,
तुम सामने हो मेरे, मेरा दम ही निकल जाए,
गणपति तेरे चरणो की......