वेलकम गणेशा तेरा मेरा परिवार में,
प्यार भी पिरोया है फूलो के संहार में,
रिद्धि सीधी देवा तेरे साथ आ गई मेरे अंगना में,
आये भोले बाबा थी मात आ गई माहरे अंगना में,
वेलकम गणेशा तेरा मेरा परिवार में,
आज मैंने घुँगरू पैरो में बंधवा लिए,
अरे दिली में थे जितने ढोली भुलवा लिए,
आज भी न नाचू गा फिर कब नाचू गा,
घर बैठे देवा तेरे दर्शन पा लिए,
कभ से थी अँखियाँ तुम्हारे इंतज़ार में,
प्यार भी पिरोया है फूलो के संहार में,
रानी लक्ष्मी की बरसात आ गई मेरे अंगना में,
रिद्धि सीधी देवा तेरे साथ आ गई मेरे अंगना में,
जाऊ बलिहारी मैं सवारी तेरी देख के,
झांकियां हज़ारो न्यारी तेरी देख के,
नाज मुझे होने लगा अपने नसीब पे ,
मूर्ति गणेशा प्यारी प्यारी तेरी देख के,
कमी न रहे गई कोई सेवा सत्कार में,
प्यार भी पिरोया है फूलो के संहार में,
स्वर्ग से सुखो की सौगात आ गई मेरे अंगना में,
रिद्धि सीधी देवा तेरे साथ आ गई मेरे अंगना में,
धूल पग पंकज की माथे से लगाई है,
घडी शुभ मंगल ये आते आते आई है,
गुंजी मेरे घर में सुखो की शेहनाई है,
मुझे मेरे अपनों ने बेजी बधाई है,
भीड़ देखो कितनी खड़ी है ये कतार में,
प्यार भी पिरोया है फूलो के संहार में,
गणपति के भक्तो की बारात आ गई मेरे अंगना में,
रिद्धि सीधी देवा तेरे साथ आ गई मेरे अंगना में,