श्याम की करते बाते गाते श्याम तराने
श्याम नाम से हमको सारे इस जग में पहचाने
हम श्याम दीवाने ............
कोशिश करले तूफ़ान कितना शोर मचाले
हमको डर क्या हमको बाबा श्याम संभाले
इसके नूर से रोशन अपनी जीवन ज्योति
बुझ नहीं सकती कितना हवाएं जोर लगाले
सांस हमारी ज्योति श्याम की हम उसके परवाने
हम श्याम दीवाने ............
सुख दुःख दोनों हंसकर हम तो सेह जाते हैं
श्याम रज़ा में हम तो राज़ी रह जाते हैं
प्रेम की भाषा सिखलाई है श्याम ने हमको
इसीलिए तो श्याम के प्रेमी कहलाते हैं
लाख मुश्किलें फिर भी हर पल चेहरों पे मुस्काने
हम श्याम दीवाने ............
श्याम की सेवा और सुमिरन में व्यस्त रहें हम
इसके भरोसे छोड़ के जीवन मस्त रहें हम
श्याम प्रेम का एक ही हमको रोग लगा है
बाकी तो तन मन दोनों से स्वस्थ रहें हम
मौज में इसकी इसकी लेहेर में रहते हम मस्ताने
हम श्याम दीवाने ............
सोनू मीरा जैसा ना एहसास हमारा
ना ही नरसी जैसा है विश्वास हमारा
लेकिन ये कह सकते हैं हम गर्व से प्यारे
तुमसे बढ़कर कोई नहीं है ख़ास हमारा
तेरे मिलन को तेरे दरश को ढूंढें रोज़ बहाने
हम श्याम दीवाने ............