मैं तो बस साई की धुन में खो गया,
मैं तो बस बाबा का हो गया,
दिल पागल है दीवाना है,
ये हाल साई को दसने दे,
मुझे साई के द्वार नचने दे मुझे नचने दे,
मुझे लगन लगी दिल में वो वसा मैं तो उसका ही करता सजदा,
इक आवारा सा बादल हु अब खुल के मुझको बरसन ने दे,
मुझे साई के द्वार नचने दे मुझे नचने दे,
कोई और न मुझको प्यारा है इक साई मेरा सहारा है,
उस के हित की है ये नजरे तू अब न इनको हटने दे,
मुझे साई के द्वार नचने दे मुझे नचने दे,
साई संध्या में साई आएंगे साई सब को दर्श दिखाएंगे,
सब की किस्मत खुल जायेगे मुझे साई के रंग में रंगने दे,
मुझे साई के द्वार नचने दे मुझे नचने दे,
चाहत है उसकी चरण मिले जीवन का गुलशन महक खिले,
खुश्बू उसके है नूर ये दीपक बॉबी तू महक ने दे ,
मुझे साई के द्वार नचने दे मुझे नचने दे,