तू ही तू तू ही तू सांई ॥
हर शेह में समाया तू साईं,कण कण में तेरी खुशबू साईं,
तेरा ही तेरा सोहे हर तरफ तोहे देखू साईं,
तू ही तू तू ही तू सांई
परिवार हमारा तू साईं,
घरबार हमारा तू साईं,
करतार हमारा तू साईं,
तू ही तू तू ही तू सांई
भगवान को मने तू साईं,
अल्लाह को जाने तू साईं,
रब को पहचाने तू साईं,
सबको कामने तू साईं,
तू ही तू तू ही तू सांई
भव सिन्धु की धरा,
तू दुबे का किनारा,
माझी भी हमारा तू साईं,
साहिल का सहारा तू साईं,
तू ही तू तू ही तू सांई