मेरी सुन लो इक अरदास गणपति देवा जी,
मेरे कारज करना रास गणपति देवा जी,
मंगल कारी नाम तुम्हारा तुम ही मंगल करता हो,
विधनविनाश्यक देव तुम हो तुम ही विधन के हरता हो,
मुझे तुम्हारी आस गणपति देवा जी,
मेरे कारज करना रास गणपति देवा जी,
देव लोक के देव देवा तेरा ध्यान लगाते है,
शुभ काम से पहले वंदन तेरा गाते है,
रुतबा तेरा ख़ास गणपति देवा जी ,
मेरे कारज करना रास गणपति देवा जी,
सागर मांगे तुमसे कोई ऐसा मंगल वर दो तुम,
देवा जीवन से ये मेरे दूर अमंगल करदो तुम,
विनती करता दास गणपति देवा जी
मेरे कारज करना रास गणपति देवा जी,