इक बार जो गणनायक तेरी किरपा का सहारा मिल जाये,
भव में फसी नैया को मेरी पल में किनारा मिल जाये,
इक बार जो गणनायक तेरी किरपा का सहारा मिल जाये,
करते है जो सब से पहले तेरा देवा पूजा में वंदन,
हर काम सिद्ध पूजा हो सफल हो पाप मुकत सब का तन मन,
तेरी महिमा से मेरे भाग का उजड़ा गुलशन खिल जाये,
इक बार जो गणनायक तेरी किरपा का सहारा मिल जाये,
दरवार में त्तेरे ओ देवा शुभ लाभ की बारिश होती है,
मिट जाते है दुःख और दर्द सभी जब तेरी महिमा होती है,
तेरी इक नजर से शिव नंदन मेरा सारा संकट टल जाये,
इक बार जो गणनायक तेरी किरपा का सहारा मिल जाये,
जो भाव से तेरे निज आये रोते रोते वो मुस्काये,
हे सीधी विनायक लम्बोदर पुराण आशाये हो जाये,
जो ध्याए तुझको श्रद्धा से सारे सुख पल में वो पाए
इक बार जो गणनायक तेरी किरपा का सहारा मिल जाये,