मैं दर तेरे आया, ओ साँवरे,
सब कुछ हीं पाया, ओ साँवरे,
मैं दर तेरे आया...
मैं जब से तुम्हारी, शरण में था आया,
पल-पल हीं तुमने मेरा, साथ निभाया,
यें तेरी रहम हैं, ओ साँवरे,
मैं दर तेरे आया...
हार के जो भी, पास तेरे आया,
पल में हीं तुमने, उनको जिताया,
यें हारे का साथी हैं, श्याम साँवरे,
मैं दर तेरे आया...
मेरे दिल की बातें बाबा, तुमनें हीं जानी,
बीच भँवर में डोले, नैया हमारी,
पार लगाओ नैया, अब तो साँवरे,
मैं दर तेरे आया...
सच्चा हैं यें दर-बार तुम्हारा,
सबको हीं तुमने, पार उतारा,
ले लो मोहित को भी, शरण साँवरे,
मैं दर तेरे आया...
तर्ज:-(बहुत प्यार करते हैं)
स्वर :- मोहित गोयल
सम्पर्क :- 7015789046