आयो फगुनिया सरकार बुला लो खाटू के दरबार,
इस जिंदगी की शाम सुहानी करदो,
मेरे खाटू वाले इतनी मेहरवानी करदो,
बीत न जाए बाबा गर्ध ये घड़ियाँ,
तरस रही है श्याम दर्श को अखियां,
तेरी पल पल याद सताये फागण मेला छूट न जाए,
इतनी किरपा शीश के दानी करदो,
मेरे खाटू वाले इतनी मेहरवानी करदो,
रींगस से पैदल निशाँ उठा के,
तेरे दर आउ बाबा तेरे गुण गांदे.
मन में जपते जय श्री श्याम,
आओ बाबा खाटू धाम देकर दर्शन ये सफल जिंदगानी करदो,
मेरे खाटू वाले इतनी मेहरवानी करदो,
रंग ले जे जीवन सौरव श्याम तेरे रंग में,
खाटू में खेले साहिल होली तेरे संग में,
हॉवे रंगो की बौछार नाचे श्यामधणी के दरबार,
ऐसी गिरास की रात नूरानी करदो,
मेरे खाटू वाले इतनी मेहरवानी करदो,