क्यों शेरावाली दा शुकर मनाइए ना दाती ने मेहरा कर दितियाँ,
दाती सब दे दुखड़े हरदी दुखड़े हरदी मेहरा करदी,
नच नच के जय कारे लाइए ना,
दाती ने मेहरा कर दितियाँ.......
दाती वंडदी मिठियां मुरादा जो मियाँ दे लढ़ लग जन्दा,
क्यों दिल दाती दे चरनी लाइयाँ ना,
दाती ने मेहरा कर दितियाँ,
दिल विच माँ दी ज्योत जगाइए,
भेटा सब दे संग रल गाइये,
शेरावाली दा जगन रचाइए ना,
दाती ने मेहरा कर दितियाँ,