मेरे घर में पधारो जगदम्बे भवानी,
पावन मेरा घर द्वार करो,
करता हु अभिनन्दन मैया वंधन स्वीकार करो,
जब जाना के तू मेरे घर आएगी,
मैंने पलकों को अपनी विशाया है माँ ,
नहीं मेरे कुछ पास बस श्रद्धा ही है साथ इस श्रद्धा की लाज बचा जा माँ,
करता हु अभिनन्दन मैया वंधन स्वीकार करो,
माँ की शक्ति से हर काम बन जाता है पल में बिगड़ा नसीबा सवार जाता है,
मैया देदे मेरा साथ रखदे सिर पे मेरे हाथ कर दे वारे न्यारे,
करता हु अभिनन्दन मैया वंधन स्वीकार करो,