सोहना सोहना भवन मैया का देखन रे मेरा मन तरसे,
मेरी मैया के भवन में रंग बरसे,
जिसने माँ को दिल के ढाया,
मुँह माँगा फल उसने पाया,
खाली कोई भी ना गया माँ के दर से,
मेरी मैया के भवन में रंग बरसे,
सच्चे मन से तू ज्योत जगा ले,
मैया जी के चरणों में ध्यान लगा ले,
सारा संकट उतर जाये गा तेरे सिर से,
मेरी मैया के भवन में रंग बरसे,
मैया जी के चरणों में मस्तक धर ले मै या जी का सुमिरन दिल से करले,
नैया तेरी पार हो जाये गई भवर से,
मेरी मैया के भवन में रंग बरसे,