ओ दुनिया वालों दामन फैला लो,
मेरी शेरावाली चली आ रही है,
पहाड़ो से डोली चली आ रही है,
डोली में मैया चली आ रही है…..
अंधे को नैना कोढ़ी को काया,
गोदी में बालक निर्धन को माया,
ये शेरावाली लगती है प्यारी,
ममता लुटाने चली आ रही है,
ओ दुनिया वालों दामन फैला लो,
मेरी शेरावाली चली आ रही है….
भक्तों को माता तूने दिया सहारा,
दुष्टो को माता तूने संहारा,
माँ शेरावाली लगती है प्यारी,
वो गुनगुनाती चली आ रही है,
ओ दुनिया वालों दामन फैला लो,
मेरी शेरावाली चली आ रही है….
तू जननी मैं बालक हूँ तेरा,
मुझको सहारा मैया है तेरा,
ये शेरावाली लगती है प्यारी,
करुणा बरसाती चली आ रही है,
ओ दुनिया वालों दामन फैला लो,
मेरी शेरावाली चली आ रही है….