भोले तेरे दर पे आये है दीवाने,
महिमा कोई न तेरी जाने ओ शमभू,
दुखिया हो या निर्धन सब को राह दिखाये,
दी जे बजा कर आटे कावड़िये हर सावन,
रास्ते मिल जाते है भीड़ चाहे जितनी भी हो,
भगवा रंग का चोला पैरो में है घुंगरू बांधे,
भोला है शंकर मेरा लगता है प्यारा मुझको ,
भांग धतूरा पते चढ़ता चढ़ावा तुझको,
भुटटी से भोले तेरी गम अपना भूल आया,
जो बाबा तुम न आये तो मैं मर जाउगा,
देखेगी दुनिया सारी जो मैं कर जाउगा,
दर्शन को भोले तेरे अँखियाँ मेरी तरस रही है,
भोले तेरे दर के आये है दीवाने