माँ मुझे अपने आंचल में छुपा ले,
गले से लगा ले के और मेरा कोई नहीं,
फिर न सताऊंगा कभी पास भुलाले गले से लगा ले,
के और मेरा कोई नहीं,
भूल मेरी छोटी सी भूल जाओ माता,
ऐसे कोई अपनों से रूठ नहीं जाता,
रूठ गया हु मैं तू मुझको मना ले गले से लगा ले,
के और मेरा कोई नहीं,
ना यहाँ अँधियारा ना याहा ज्योत है,
ना तो यहां जीवन ना तो याहा मौत है,
तूने किया है मुझको किसके हवाले,
गले से लगा ले के और मेरा कोई नहीं,