किस्मत बदलती है यहाँ बिगड़ी सवर ती है यहाँ,
इक बार तू आके देख ले यहाँ प्रीत लगा के देख ले,
सब कुछ बदल गया मेरा जब से खाटू जाता हु,
बाबा श्याम की रेहमत का हर पल शुकर मनाता हु,
बाबा श्याम की रेहमत से हर पल मौज मनाता हु,
इन्ही से उमीदे मेरी इन्ही का आसार,
सच्ची है अद्दलत करता फेंसला खरा खरा,
मंजिल सही मिलती यहाँ मनोकामना फलती यहाँ,
ऐसा है मेरा बागबा मन की कलि खिलती यहाँ,
सब कुछ बदल गया मेरा जब से खाटू जाता हु,
बाबा श्याम की रेहमत का हर पल शुकर मनाता हु,
नाथ है अनाथो का ये सच्चा साथी मेरा है,
इनकी रेहमतो से होता खुशनुमा सवेरा है,
हर दर्द का मरहम यहाँ ऐसा दयालु संवारा,
टोनी का दमन भर दियां चोखानी तू भी आ जरा,
सब कुछ बदल गया मेरा जब से खाटू जाता हु,
बाबा श्याम की रेहमत का हर पल शुकर मनाता हु,