श्याम सलोना संवारा मेरा मन में बस गया रे,
देख श्याम का सूंदर मुखड़ा मन में वस् गया है,
यही तो मेरा संवारा है हुआ क्यों मन वांवरा है,
देखा न शृंगार ऐसा मेरे सरकार का,
सोहना सोहना प्यारा प्यारा मेरे दिलदार का,
अरे नीले घोड़े चढ़ के आजा नाचू आज रे,
देख श्याम का सूंदर मुखड़ा मन में वस् गया है,
यही तो मेरा संवारा है हुआ क्यों मन वांवरा है,
गल वैजयंती माला है बांकी अदा निहाल है,
मुखड़ा तेरा देख के देख मेरा क्या हाल है,
अरे अब तो रोके ना रुकू मैं किसी के रोके से,
देख श्याम का सूंदर मुखड़ा मन में वस् गया है,
यही तो मेरा संवारा है हुआ क्यों मन वांवरा है,
महक रहा दरबार है फूलो की कतार है,
ब्रह्मा विष्णु और महेश आये तेरे साथ है,
ममता को दर्शन देदे आई दरबार पे,
देख श्याम का सूंदर मुखड़ा मन में वस् गया है,
यही तो मेरा संवारा है हुआ क्यों मन वांवरा है,