बिहारी तेरे नैना जादू भरे
जुल्मी तेरी तिरछी नजरिया
दिल पे वार करे
एक तो कातिल तेरे लटके झटे
दूजे कातिल अदा सबसे हटके
तीजे तू देखे पलट के
बिहारी........
गजब ये मोर मुकुट तेरा प्यारे
ठोड़ी का हीरा जुलम गुजरे
ढाये सितम तेरी बांसुरिया
कोई कब तक ना तुझपे मरे
बिहारी.......
तू बांका तेरी बांकी नगरिया
बांकी तेरी वृन्दावन नगरिया
लूट गए हम तो बीच बजरिया
तोसे जबसे तुझसे नैना लड़े
बिहारी.........
मान गए हम तोहे रंग रसिया
जान गए अब तोहे मन बसिया
तू छलिया ठगियां को ठगिया
तेरे कैसा ना रंग छाडे
बिहारी........