मेरे दिल का अरमान मैं तेरा हो जाऊ,
ओ मेरे खाटू वाले श्याम मैं तेरा हो जाऊ,
ये पहली है आखिरी ये ख्वाइश सिद्ध की,
मेरे सँवारे यही तुझसे है सिवारिश सिद्ध के,
करदे इतना एहसान मेरे खाटू वाले श्याम मैं तेरा हो जाऊ,
मैं इक रही भटका हु मेरी मंजिल तू है बाबा,
मैं भवर में अटका हु मेरा साहिल है तू बाबा,
कर दया किरपा निघान दे मुझपे अपना ध्यान मैं तेरा हो जाऊ,
तेरी प्रीत नहीं मेरी तो जीवन की सचाई,
तेरे चरण चाकरी से तो मेरी बढ़कर नहीं कमाई,
करू मैं तेरा गुणगान सँवारे सुबह हो या शाम मैं तेरा हो जाऊ,
मैंने बाँधी जो डोर तुमसे कभी टूटे न बंधन अपना,
ये पकड़ के बाहा कुंदन की कर दे पूरा तू ये सपना ,
तू लखा की पहचान मेहर कर मुझपे मेहरवान मैं तेरा हो जाऊ,