नाथा दा तू नाथ कहावे अमरनाथ विच डेरे,
नाम तेरे दा चानन बन जे मिट दे कुक हनेरे,
शाम सव्रेरे शंकर तेरा करदा रहा मैं जाप,
जय जय अमरनाथ जय जय अमरनाथ,
माँ शक्ति नु जिथे बह के आप ने कथा सुनाई,
उस जगह नु सजदे करदी फिरदी कुल लुकाई.,
सब न दे तू करदे भोले खुशिया दी बरसात,
जय जय अमरनाथ जय जय अमरनाथ,
उचे नीवे विच रस्ते दे बर्फ ने पैर पसारे,
फिर भी भगत प्यारे तनु पूजन आउंदे सारे.
महरा दी तू भोले शंकर पा दे इक बार झात,
जय जय अमरनाथ जय जय अमरनाथ,
डमरू वाले बाबा सब तो ऊंचा तेरा द्वारा,
दीं दुखी नु मिलदा आके ेथो पार किनारा ,
कुलदीप भी लेके जावे खुशियां दी सौगात,
जय जय अमरनाथ जय जय अमरनाथ,