बोल बम बोल बम बोल बम
सावन की मस्ती में भूले सारे गम
आओ सारे मिल के बोले बोल बम,
कोई पैदल कोई टाके कावड लाये,
कोई देवघर कोई हरिद्वार जाए,
और कोई बेठा गाये भजन,
कालो के काल है जय महाकाल
संकट के आआगे खड़े बन के ढाल,
शत्रु के पल में ये मिटा दे गम
मन में भगती मुख में है भंग
केसरी रंग में रंग गया जग,
दी जे भजा कर बोलेगे हम,
बोल बम बोल बम बोल बम
बोल बम बोल बम बोल बम