हम सब आए तेरे द्वार,गुरूजी बेङा पार कर दो
तेरे द्वारे जो भी आता,खाली झोली भर कर जाता
हम भी आए तेरे द्वार
भाग्य हमारा ऐसा जागे,जीवन भर हम कुछ ‘ना मांगे
भरया रहे भण्डार
जब से जग मे जनम लिया है,हर पल तेरा जाप किया है
सुण लो मेरी पुकार
सदानन्द की सुणियो अरजी,दुनिया सारी है खुद गरजी
दाता बङा उदार
रचनाकार:-स्वामी सदानन्द जोधपुर