"एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा"
होली खेलो मेरे साजना तन मन धन बारुंगी
मेरे घर आऔ जी पाहना तेरी आरती उतारूंगी
पिछले जन्मों से मैं तेरी दासी
परम पुरुख मेरे प्रभ अविनाशी
पानी में चंदा की ज्योति को निहारुँगी
होली खेलो मेरे साजना तन मन धन सब बारुंगी
मेरे घर आऔ जी पाहना तेरी आरती उतारूंगी
लाल गुलाल सजन मेरी अखियाँ
हस हस बातें करे मेरी सखियाँ
तेरी तस्वीर मेरे साहिब आँखों में उतारूंगी
होली खेलो मेरे साजना तन मन धन सब बारुंगी
मेरे घर आऔ जी पाहना तेरी आरती उतारूंगी
मुझे दुनिया की हुशियारी ना आबे
बाग़ में पंक्षी शोर माचवे
तेरे हुक्म में सतगुरु जिंदगानी गुजारुंगी
होली खेलो मेरे साजना तन मन धन सब बारुंगी
मेरे घर आऔ जी पाहना तेरी आरती उतारूंगी