माखन देदे गुजरी भगावे मत ना,
ना दही को गुजरियां मैं मटकी तेरी फोडू गा,
कितना भी कर ले मना रस्ता तेरा छोडू गा,
जल्दी देदे मने सतावे मत न,
घर जाके गुजरियां तू मियाँ तेरे भरे कान,
टैक्स तो अपना ले लू गा माँ चाहे तू मत रे मान,
चुपी होजा सब न बतावे मत न,
माखन देदे गुजरी
माखन खाने की बुरी लत रे आके भूख मिटा जइए.
विकाश चोदरी की तू मान अपने घर बेशक जइये,
उतम छोकर याद तने बडावे मत ना,
माखन देदे गुजरी