आज नवा साल माँ न मनावागे,
नाले नच नच भेटा गवागे,
आज नवा साल माँ न मनावागे,
शेरावाली माँ चिठियाँ पा पा सब नु आप बुलावे,
वैष्णो रानी सब भगता दे सुते भाग जगावे,
माँ दे चरना च शीश झुकावा गे,
आज नवा साल माँ न मनावागे,
रंग बिरंगी चुनियाँ लेके भगत ने दर ते आउंदे.
मेहरा वाली पिंडी वाली दे रज रज दर्शन पौंदे,
रंग भगती दा सब नु चडावा गे,
आज नवा साल माँ न मनावागे,
नवा साल माँ भगता दे लई कर्मा वाला आया,
सोहनी गुफा ते भगता ने आके डेरा लाया,
भेटा पंकज पीनके नाल गावा गे नीले नाल भी गावा गे,
आज नवा साल माँ न मनावागे,