तेरी नूरी ज्योत माँ जिथे जिथे जगदी ,
सूखा वाली गंगा ओथे रेहँदी वग दी,
तेरी नूरी ज्योत माँ जिथे जिथे जगदी ,
लाल सुहा चोला माये गल विच पाया
मथे उते चन दा तिलक लगाया है,
फेर भी सवारी बड़ी प्यारी लगदी,
तेरी नूरी ज्योत माँ जिथे जिथे जगदी ,
ओहना दियां आसा माये कर दी तू पूरियां
तेरे कॉल आउंदे जेहड़े कट मजबूरियां,
तनु है खबर माये सारे जग दी,
तेरी नूरी ज्योत माँ जिथे जिथे जगदी ,
ज्योति दी लाली विच तन मन रंग के,
जो भी दिल करे आज माँ कोलो मंगके,
खोल के खजाने बैठी दाती जग दी,
तेरी नूरी ज्योत माँ जिथे जिथे जगदी ,