रंग बरसे देखो रंग बरसे
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे
ढोल नगाड़ों ढोलक बजे
सारे भगत यहाँ झूम के नाचे
माँ को मनाये सब नच नच के
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे
सब से ऊंचा धाम तुम्हारा
जग में पावन नाम तुम्हारा
जग जाए किस्मत दर्शन से
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे
भक्तो के सब काम बनाये
जब भी पुकारे मैया दौड़ी आये
काट दिये संकट जन जन के
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे
मोहन कौशिक वो तर जाते
जो सुख में सुमरन कर पाते
गये हरीश भी तन मन से
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे