हरे रामा रामा राम सीता राम राम राम,
हरे रामा रामा राम सीता राम राम राम,
बर्मा के चारो वेदो से ये नाम उचार ता है,
शिव जी के मानस मंदिर में दीपक सा जलता है,
नारद जी की वीणा पे भजता है यही नाम,
हरे रामा रामा राम सीता राम राम राम,
ये नाम बनाया प्रथम पूज गणपति को पल भर में,
मिल गया यही अवलंब नाम शभरी को जंगल में,
लाखो का बेडा पार किया पहुँचाया प्रभु के द्वार,
हरे रामा रामा राम सीता राम राम राम,
बजरंग बलि के बल में इसकी महिमा भारी है,
धुर्व और बभीषन को भी ये भूति प्यारी है,
प्रह्लाद इसी को जपते से निशवषर आठों याम,
हरे रामा रामा राम सीता राम राम राम,