भगावा वाला दिन है चड़ेया दाती मेरी ने कर्म है करेया,
दिति खुशिया दी सौगात रोनका लागियां ने,
आई जागे वाली रात रोनका लागियां ने,
भवन सजाये उचे सोहने आजो जिहने दर्शन पौने,
हो रही फुलादी बरसात रोनका लागियां ने,
आई जागे वाली रात रोनका लागियां ने,
ज्योत ज्वाला जी तो आई किरपा किती एह महामाई,
पाई मेहरा वाली जात रोनका लागियां ने,
आई जागे वाली रात रोनका लागियां ने,
रेहमता माँ दी कुझ न थुड़ीया रमन सूफी तेरे चरण जुड्या,
दिति मात रानी ने दात रोनका लागियां ने,
आई जागे वाली रात रोनका लागियां ने,