ऐ माँ मुझे तू अपने दरबार बुला ले,
मुरझाये हुए दिल की कली मेरी खिला दे.......
एक बार ऐ माता तेरे दरबार जो आता,
तेरे चरण में प्यार से दो फूल चढ़ाता,
दर पे बुलाके मेरा तू भाग ये जगा दे,
ऐ माँ मुझे तू अपने दरबार बुला ले.......
जय माँ जय माँ जय जय माँ जय माँ,
जय माँ जय माँ जय जय माँ जय माँ………..
राहुल भी ऐ माता तेरे दर का सवाली,
दरबार से तेरे कोई लौटा नहीं खाली,
बेटा हूँ तेरा ऐ माँ मेरी लाज बचा ले,
ऐ माँ मुझे तू अपने दरबार बुला ले…………