जय जगदंबा मात भवानी मेहरा वाली माँ कल्याणी,
नच नच के मैं ज्योत जलावाँ तू आके मैनू दर्शन दे माँ,
मईया तेरा जगराता करावाँ तू आके मैनू दर्शन दे………
जिसने तेरा दर्शन पाया उसने पाया सुख माँ सारा,
तेरी शरण में जो भी आया मिला दुखों से उसे किनारा,
मैं भी यही अरदास लगावां मैनू भव पार कर दे,
नच नच के मैं ज्योत जलावाँ तू आके मैनू दर्शन दे……..
तेरी झलक से पावन होता जो भी द्वार पे आता पापी,
तेरे नाम से काम हो पूरण मैया तेरा नाम है काफी,
मैं चरणजीत नच नच गांवा तू मेहर इतनी बरसा दे दातिये,
नच नच के मैं ज्योत जलावाँ तू आके मैनू दर्शन दे माँ……