शिव सुमिरन से सुबहो शुरू हो शिव मंदिर में शाम हो,
शिव करुणा की छाया में शाम ढले विश्राम हो,
शिव सुमिरन से सुबहो शुरू हो शिव मंदिर में शाम हो,
सांसो की मैं ताल पे मेरी भक्ति शिव शिव गाये,
शिव दीवानी रसना को कोई दूजा गीत न भाये,
जब तक जीवन ज्योत जले मेरे होठो पे शिव नाम,
शिव सुमिरन से सुबहो शुरू हो शिव मंदिर में शाम हो,
नमः शिवाये ॐ नमः शिवाये बोल के पलके खोलो,
शिव सागर में अस्नान करू मैं हिरदये का दर्पण धो लू,
मोह माया से दूर रहु मैं शरधा मेरी निष्काम ,
शिव सुमिरन से सुबहो शुरू हो शिव मंदिर में शाम हो,
काल का भय न हो मन में मेरे अंत समय जब आये,
शिव मूरत हो नैनो में शिव धाबे आत्मा जाए,
याहा मेरे शिव कड़ी राह हो वही पे मेरा धाम हो,
शिव सुमिरन से सुबहो शुरू हो शिव मंदिर में शाम हो,