हरि का नाम लेकर हम श्री वृन्दावन जायेंगे
प्रभु की नाम मस्ती में श्री राधे राधे जाएंगे
हरि का नाम लेकर हम
भटकते मेरे इस दिल को तभी आराम आएगा
मेरे इस मन के मंदिर में कन्हैया जब समायेगा
श्याम श्यामा के कीर्तन की लगन हर पल लगाएंगे
हरि का नाम लेकर हम
बसा के मुझको वृन्दावन किसी कोने में रख लेना
मेरे इन प्यासे नैनो को सदा दर्शन का सुख देना
मेरे घनश्याम ये जीवन तेरे चरणों में बिताएंगे
हरि का नाम लेकर हम
दास राधा मोहन की ये विनय स्वीकार तुम करना
मेरे जीवन की हर बाधा मेरे सरकार तुम हारना
तेरे चरणों की रज पाकर भाग्य अपना जगायेंगे
हरि का नाम लेकर हम