हरिदास के बिहारी,तुमसा न कोई दाता
आये जो दर पे तेरे,मन की मुरादे पाते
हरिदास के....
1.वृन्दावन वास तेरा,सारी दुनिया तुझको जाने
ब्रह्माण्ड के हो नायक,श्री राधे के दीवाने
नन्द बाबा है तिहारे,यशोमति है मईया तेरी
हरिदास के बिहारी,तुमसा न कोई दाता
आये जो दर पे तेरे,मन की मुरादे पाते
हरिदास के....
2.कजरारे तेरे नैंना,घायल करे ये सबको
टेढ़ी सी तेरी चितवन,पागल करे है मनको
सावन ये रूप तेरा,मन को है मेरे भाता
हरिदास के बिहारी,तुमसा न कोई दाता
आये जो दर पे तेरे,मन की मुरादे पाते
हरिदास के....
3.श्यामा श्याम को जपूं मैं,ब्रज भूमि में मैं आके
हर सांस मेरी अर्पंण,करदु तुझे मैं बांके
अपना ये सारा जीवन,अर्पित करूं विधाता
हरिदास के बिहारी,तुमसा न कोई दाता
आये जो दर पे तेरे,मन की मुरादे पाते
हरिदास के....
4.ये नरेश दास तेरा,तेरी किरपा पे है निर्भर,
जब संग पिया प्रीतम,किस बात का हमें डर
पारस ये तेरा पागल,गुनगान तेरा है गाता
हरिदास के बिहारी,तुमसा न कोई दाता
आये जो दर पे तेरे,मन की मुरादे पाते
हरिदास के....
बाबा धसका पागल पानीपत