पल पल तेरी याद सतावे लिगन कालजा जावे रे,
नीले पे चढ़ के आजा न ज्यादा देर लगावे,
हारे के सहारे आजा न ज्यादा देर लगावे,
तेरी सूरत दिखला दे तू इक वारि ओह संवारा,
घनी देर रह नहीं सकता खो जाऊ गा वनवरा,
तेरे नाम के जोगी प्यार के रोगी ने क्यों ईब तरसावे रे,
नीले पे चढ़ के आजा न ज्यादा देर लगावे,
चर्चे सुने से बाबा तेरे दरबार के,
जीत जावा वो भी पल में आवे से जो हार के,
इसी हार मैं बार बार चाहु अगर तू मिल जावे,
नीले पे चढ़ के आजा न ज्यादा देर लगावे,
सोनी का भरोसा बाबा खाटू वाला श्याम है,
विक्की का भी हो रहा बाबा तेरे से ही नाम है,
दुनिया दारी भूल के बाबा तने भजन सुनावे रे,
नीले पे चढ़ के आजा न ज्यादा देर लगावे,