श्याम तेरी किरपा ये परिवार चलता है
घर घडी हर पल तू मेरे साथ रहता है,
नाम तेरा लेने से मेरा काम बनता है,
फ़िक्र क्यों करू बाबा चिंता तू मेरी करता है,
मेरा सहारा तू खाटू वाला तेरे बिना न होता गुजरा,॥
डोर है तेरे हाथो में तुही चलता है,
फ़िक्र क्यों करू बाबा .........................
सुन लाख दात्री श्याम बिहारी,
हम को भी रख लो अपना दरबारी,
नाम तेरा श्याम प्रबु मेरे मन को बता है,
फ़िक्र क्यों करू बाबा ............
दिनु तेरे को कोई न कमी है,
जब तेरा साथ बाबा फिर क्या गमी है,
दुःख सरे तू हरता खुशिया लता है,
फ़िक्र क्यों करू बाबा ........