आओ नी आओ सखियों, हथा ते मेहंदी लगाओ
मैं पीर नू मनोन चली आ,
मैं पीर नू मनोन चली आ,
जीने चलना ए देर ना लाओ मैं पीर नू मनोन चली आ
मेरा पीर मुरादा वाला, सबकी झोलिया भरदा
मेरा पीर मुरादा वाला, भर भर झोलिया वनडे.
कोई रोटियां कोई वोटिया कोई मंगे मुंडे ।
मैं वी आंखा मेरी वी जड़ लाओ
मैं पीर नू मनोन चली आ........
जे मस्ता ते जाना होवे, नन्ना कदे ना पाइए
सब्तो पहला पंज जूठ दी, सिर तो तल्ले लाइए
अपनी अपनी पहुंच मुताबिक, बिल्कुल भेट चड़ाइए
ये मालिक तो मांगना होई मांगते बनके जाइए
नीचा तार के मुरादा पाओ
मैं पीर नू मनोन चली आ .....