होली खेलने क्यों नहीं आयो मेरो माखन रसिया
मेरी मटकी पर नज़र मत डाले रसिया
मन्हे जमुना पे भूलायो तब नहीं आयो रसिया
रास्ता रास्ता में बिखर गया मेरी माखन रसिया
होली खेलने क्यों नहीं आयो मेरो माखन रसिया
मेरी मटकी पर नज़र मत डाले रसिया.....
मन्हे बरसाने भूलायो क्यों नहीं आयों रसिया
ग्वाला ग्वालान भूखा राखे मन्हे माखन रसिया
होली खेलने क्यों नहीं आयो मेरो माखन रसिया.......
मेरी मटकी पर नज़र मत डाले रसिया.....
ललित ने महलन में भुलाया तब नहीं आयो रसिया
खिड़की खिड़की पे फहलादियो मन्हे माखन रसिया
होली खेलन क्यों नहीं आया मेरो माखन रसिया
मेरी मटकी पर नज़र मत डाले रसिया.......
@ ललित गेरा (SLG Musician)