^देख, छवि साँवरी सी,
मैं तो, हुई बाँवरी सी ll,,
मेरे मन को, व्ही भा गया,,,
मोहे, सांवरा पसंद आ गया ll
यमुना तट पे, बंसी वट पे,
दिखने लगा वोह, हर पनघट पे ll
^वोह मेरे, आगे पीछे डोले,
मोहे, गोपी गोपी बोले l
मीठी बंसी, सुना वोह गया,,,
मोहे, सांवरा पसंद आ गया ll
मुरली मनोहर, नटवर सुंदर,
मन को चुरा ले एक नज़र पर ll
^मेरे नैनो में समाए,
मेरी नींदों में भी आए l
मेरे रोमों में रमता गया,,,
मोहे सांवरा पसंद आ गया ll
देखा जो रूप तेरा, कमली सी हो गई,
कमली सी हो गई, पगली सी हो गई ll
^ओ तेरा, नखसख शृंगार,
तेरे, नैनों में प्यार l
मेरे, ह्रदय में बस्ता गया,,,
मोहे, सांवरा पसंद आ गया ll
^देख, छवि साँवरी सी,
मैं तो, हुई बाँवरी सी ll,,
मेरे, मन को व्ही भा गया,,,
मोहे, सांवरा पसंद आ गया ll
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल